
Vice President Election : एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे. उन्हें 452 वोट मिले हैं. राधाकृष्णन ने बीबीए के साथ पीएचडी भी की है.
Vice President Election : नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे. उन्हें 452 और विपक्षी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले. वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक करियर चार दशक से अधिक का रहा है. 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में जन्मे राधाकृष्णन को सरल छवि और संगठनात्मक कौशल वाले नेता के तौर पर जाना जाता है. आइए जानते हैं कि देश के नए उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने कहां से और कितनी पढ़ाई की है.
पीएचडी डिग्री, टेबल टेनिस के खिलाड़ी
राधाकृष्णन ने वी.ओ. चिदंबरम कॉलेज, तूतुकुड़ी से बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक (BBA) की पढ़ाई की. छात्र जीवन में वे खेलों में सक्रिय रहे और टेबल टेनिस चैंपियन रहे. किशोरावस्था में ही उनका झुकाव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की ओर हुआ और 17 वर्ष की उम्र में उन्होंने संगठन से जुड़कर अपने राजनीतिक सफर की नींव रखी. उनकी दिलचस्पी राजनीति विज्ञान में भी रही. उन्होंने सामंतवाद के पतन विषय पर पीएचडी किया है. खेलों के भी शौकीन रहे राधाकृष्णन को टेबल टेनिस के साथ क्रिकेट और वॉलीबॉल भी बेहद पसंद है.
1998 में बने सांसद
उन्होंने राजनीति में प्रवेश 1974 में किया और भारतीय जनसंघ की तमिलनाडु इकाई में जिम्मेदारी संभाली. 1998 और 1999 में वे कोयम्बटूर से सांसद चुने गए. लोकसभा कार्यकाल में वे संसदीय स्थायी समिति (टेक्सटाइल) के अध्यक्ष बने और वित्त समेत कई अहम समितियों में योगदान दिया. भाजपा ने उन्हें 2004 से 2007 तक तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी. इस दौरान उन्होंने 93 दिनों में 19 हजार किलोमीटर की रथ यात्रा निकाली, जिसमें नदी जोड़ो योजना, एक समान नागरिक संहिता और सामाजिक सद्भाव जैसे मुद्दों को उठाया.
राधाकृष्णन 2016 से 2020 तक कोइर बोर्ड के चेयरमैन रहे और उनके कार्यकाल में कोइर निर्यात रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा. फरवरी 2023 में उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया. चार महीनों में उन्होंने राज्य के सभी 24 जिलों का दौरा किया. इसके अलावा, वे कुछ समय के लिए तेलंगाना और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी, दमन और दीव के कार्यवाहक राज्यपाल भी रहे. 31 जुलाई 2024 को वे महाराष्ट्र के राज्यपाल बने.