

Pension Face e KYC: सरकार द्वारा पेंशन योजनाओं में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है जो सभी लाभार्थियों को प्रभावित करने वाला है। अब सभी प्रकार की पेंशन प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के लिए फेस ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। इस नए नियम के अंतर्गत वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन तथा विकलांग पेंशन सभी श्रेणियों के लाभार्थी शामिल हैं। यह एक डिजिटल युग में सरकारी योजनाओं को बेहतर बनाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।
फेस ई-केवाईसी का मतलब और उद्देश्य
फेस ई-केवाईसी एक आधुनिक डिजिटल पहचान प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति के चेहरे की पहचान के माध्यम से उसकी वास्तविकता की जांच की जाती है। इस तकनीक के द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि पेंशन की राशि वास्तविक लाभार्थी तक ही पहुंचे। इस प्रक्रिया में आधार कार्ड से जुड़ी फोटो और व्यक्ति के वर्तमान चेहरे का मिलान किया जाता है। यह तकनीक धोखाधड़ी को रोकने में बेहद कारगर साबित होती है और सरकारी खजाने की सुरक्षा भी करती है।
पारदर्शिता और सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम
इस नई व्यवस्था को लागू करने का मुख्य उद्देश्य पेंशन वितरण में पारदर्शिता लाना है। कई बार देखा गया है कि मृत व्यक्तियों के नाम पर भी पेंशन निकाली जा रही थी या फिर गलत लोग किसी और की पहचान का इस्तेमाल करके लाभ उठा रहे थे। फेस ई-केवाईसी से इन सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। इससे सरकार के पास भी सटीक डेटा रहेगा और वास्तविक जरूरतमंदों को ही योजना का लाभ मिल सकेगा। यह प्रक्रिया सरकारी योजनाओं की विश्वसनीयता को भी बढ़ाती है।
कहां करवा सकते हैं फेस ई-केवाईसी
सरकार ने इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर व्यवस्था की है। लाभार्थी अपने नजदीकी पंचायत कार्यालय में जाकर यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त ब्लॉक स्तर पर भी विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) में भी यह सुविधा उपलब्ध है। सरकार का प्रयास है कि किसी भी लाभार्थी को इस प्रक्रिया के लिए अधिक परेशानी न हो। गांव और शहर दोनों स्थानों पर उचित व्यवस्था की गई है ताकि सभी लोग आसानी से अपना फेस ई-केवाईसी करवा सकें।
आसान प्रक्रिया: कैसे करें फेस ई-केवाईसी
फेस ई-केवाईसी की प्रक्रिया बिल्कुल सरल है और इसमें अधिक समय भी नहीं लगता। सबसे पहले व्यक्ति को अपना आधार कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ निर्धारित कार्यालय में जाना होता है। वहां पर प्रशिक्षित अधिकारी डिजिटल कैमरे के माध्यम से व्यक्ति के चेहरे को स्कैन करते हैं। इसके बाद सिस्टम में आधार कार्ड की फोटो से मैच किया जाता है। पूरी प्रक्रिया केवल कुछ मिनटों में पूरी हो जाती है और तुरंत ही कन्फर्मेशन मिल जाता है। कई राज्यों में ऑनलाइन सुविधा भी शुरू की गई है।
ऑनलाइन विकल्प भी उपलब्ध
तकनीक के इस युग में सरकार ने डिजिटल सुविधा को भी ध्यान में रखा है। जो लोग घर बैठे इस प्रक्रिया को पूरा करना चाहते हैं, वे अपनी राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी फेस ई-केवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए स्मार्टफोन या कंप्यूटर में कैमरा होना आवश्यक है। ऑनलाइन प्रक्रिया में भी वही चरण होते हैं जो ऑफलाइन में होते हैं। यह विकल्प विशेषकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो किसी कारण से कार्यालय नहीं जा सकते।
समय सीमा और चेतावनी
सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि जो लाभार्थी निर्धारित समय सीमा के अंदर अपना फेस ई-केवाईसी नहीं करवाएंगे, उनकी पेंशन बंद हो सकती है। यह चेतावनी सभी के लिए समान रूप से लागू है। इसलिए सभी पेंशनभोगियों को सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द अपनी फेस ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर लें। देरी करने से पेंशन में रुकावट आ सकती है और बाद में दोबारा शुरू करवाने में भी समय लग सकता है।
Disclaimer
यह जानकारी सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी सरकारी योजना या नीति की नवीनतम जानकारी के लिए संबंधित सरकारी कार्यालयों या आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें। नियम और प्रक्रियाएं समय-समय पर बदल सकती हैं।